मॉनिटर क्या होता है ? || What is Monitor in Hindi ?

DEEPCHAND KUMAR
0

मित्रों मॉनिटर के सामने आप सभी ने काम किया या फिर मॉनिटर को देखा तो जरुर होगा | लेकिन मॉनिटर से जुरी बहुत से बातें जो आप नहीं जानते है | जैसे की मॉनिटर क्या होता है ? || What is monitor in hindi ? मॉनिटर कितने प्रकार के होते है | मॉनिटर का इतिहास क्या है | मॉनिटर रेजोल्यूशन क्या होता है ? और भी बहुत सी बातें है जो आप लोग नहीं जानते होंगे पर कोई बात नहीं आज आप इस लेख के माध्यम से मॉनिटर क्या होता है से सम्बंधित सभी बातों को जान जायेंगे बस आपको यह लेख पूरा अंत तक पढना है पढने के पसंद आये तो दोस्तों में शेयर जरुर करे तो चलिए शरू करते है |

मॉनिटर क्या होता है ? || What is Monitor in Hindi ?

यह एक आउटपुट डिवाइस  है | इसको visual  display divice भी कहा जाता है |मॉनिटर कम्प्यूटर पर किये गए कार्य को सॉफ्ट कॉपी के रूप में दिखाने का काम करता है | मॉनिटर पर कोई भी चित्र छोटे- छोटे बिन्दुओ (Dots) से मिलकर बना होता है |

कलर मॉनिटर एक समय  पर 256 रंग को दिखाने में सक्षम है | जिस बिन्दुओ (Dots) से चित्र बनता है | उसे पिक्सेल कहा जाता है | 

मॉनिटर का चित्र 

मॉनिटर क्या होता है || What is Monitor in Hindi


Monitor in hindi

मॉनिटर मानव द्वारा निर्माण किया गया एक इलेक्ट्रॉनिक्स विजुअल कंप्यूटर आउटपुट पेरिफेरल उपकरण है | इसके द्वारा हम किसी भी सुचना , जानकारी या मल्टीमीडिया को एक दृश्य द्वारा देखते है | 

Monitor का फुल फॉर्म क्या होता है ? What is The full form of Monitor ?

  • M - Machine
  • O – Output
  • N – Number of
  • I – Information
  • T  - To
  • O- Organize
  • R- Report

मॉनिटर का इतिहास क्या है ? || What is the history of Monitor ?

1897 में कार्ल फर्डिनांड ब्राउन (Karl Ferdinand Braun ) ने पहला CRT (Cathode Ray Tube ) Monitor का आविष्कार किया था जो की जर्मन के वैज्ञानिक थे |

रंगों के आधार पर मॉनिटर के प्रकार (Types of monitor by colour )

मोंनोक्रोम (Monochrome ) :-

दो शब्दों का सम्मलित रूप है Mono – जिसका अर्थ है | एकल (Single ) तथा Chrome जिसका अर्थ रंग (Colour )होता है इन दोनों शब्दों का अर्थ होता है Single कलर इस मॉनिटर में आउटपुट Black and White रूप में दिखाई देते है |

ग्रे- स्केल (Grayscale ) :-

ग्रे-स्केल एक विशेष प्रकार के Mono Chrome Monitor ही होते है जो किसी भी चित्र को विभिन्न ग्रे शेड्स (Gray Shades ) में आउटपुट के रूप में प्रदर्शित करता है इसका ज्यादातर उपयोग हेंडी कम्प्यूटर में किया जाता है | जैसे – लैपटॉप

रंगीन मॉनिटर (Colour Monitor ) :-

रंगीन या कलर मॉनिटर RGB ( Red – Green – Blue ) रंगों के समायोजन (Adjustments )के रूप में आउटपुट प्रदान करता है RGB के सिद्धन के वजह से यह मॉनिटर उच्च रेजोल्यूशन  में ग्राफिक्स प्रदान करने में सक्षम होते है | यह मॉनिटर कम्प्यूटर मेमोरी के क्षमता के अनुसार 16 से 16 लाख तक रंगों में आउटपुट प्रदान करने की क्षमता रखता है

इन्टरनेट क्या है ?

कंप्यूटर डेटा को सुरक्षित कैसे रखें ?

Character of computer in hindi

मॉनिटर कितने प्रकार के होते है ? || What are the types of monitor ?

आकर और कार्य क्षमता के अनुसार मॉनिटर निम्नलिखित प्रकार के होते है |

कैथोड रे ट्यूब मॉनिटर ( Cathode  ray tube –‘CRT’ Monitor ) :-

यह  बड़े आकर  और भाड़ी वजन वाले आयताकार मॉनिटर होता है | इसे डेस्कटॉप कम्प्यूटर के साथ आउटपुट देखने के लिए प्रयोग किया जाता है | इसमें स्क्रीन के पीछे फॉस्फोरस की एक परत लगाईं जाती है इसमें एक इलेक्ट्रान गन होती है CRT में एनालॉग डेटा को इलेक्ट्रान गन के माध्यम से मॉनिटर के स्क्रीन पर भेजा जाता है | इलेक्ट्रान गन एनालॉग डेटा को इलेक्ट्रान में परिवर्तित कर डेटा है तथा इलेक्ट्रान Vertical तथा Horizontal  प्लेट्स के बिच में होते हुए फॉस्फोरस स्क्रीन पर टकराती है  इलेक्ट्रान जिस जगह पर टकराती है उस जगह पर फॉस्फोरस चमकने लगता है | और चित्र दिखाई देने लगता है तो दोस्तों आपने CRT मॉनिटर के बारे में जान गए होंगे अब आगे बढते है |

एलसीडी मॉनिटर  (Liquid Crystal Display – ‘LCD’ Monitor ) :-

यह मॉनिटर CRT मॉनिटर के मुकाबले बहुत हल्का होता है परन्तु CRT मॉनिटर से यह मंहगा होता है इसका प्रयोग लैपटॉप ,नोटबुक , पर्सनल , कम्प्यूटर इत्यादि में किया जाता है | इसमें दो प्लेट्स के बिच में एक विशेष प्रकार का द्रव (Liquid ) भरा होता है | और जब प्लेट के पीछे से प्रकाश निकलता है | तो प्लेट्स के अन्दर के द्रव (Liquid ) एलाइन  (Alian ) चमकने लगते है | जिससे चित्र दिखने लगता है |

एलइडी मॉनिटर (Light Emitted Diode ‘LED “ Monitor  ) :-

इसके अन्दर छोटे – छोटे LEDs  (Light Emitted Diode) लगे होते है | जब विद्युत् धारा इन LEDs से गुजरती है तो ये LEDs चमकने लगता है और चित्र स्क्रीन पर दिखाई देने लगता है | इसे आजकल घरों में टीवी के रूप में भी उपयोग में लाया जाता है | इनमे RGB कलर का LED लगा होता है जिनके मदद से विभिन्न प्रकार के कलर चित्र बनते है |

TFT मॉनिटर (Thin Film Transistor “TFT “ Monitor ) :-

इस मॉनिटर में एक पिक्सेल को कंट्रोल करने के लिए एक से लेकर चार ट्रांजिस्टर लगे होते है ये अन्य मॉनिटर के मुकाबले सक्री को काफी तेज , चमकीला और कलरफुल बनाते है | इस मॉनिटर का मुख्य बात यह है की इसमें बने चित्र को आप विभिन्न कोणों (Angle ) से देख सकते है | जबकि दुसरे मॉनिटर में कोणों से देखने पर चित्र स्पस्ट दिखाई नहीं देता है | यह मॉनिटर LCD मॉनिटर की तरह ही होता है लेकिन बहुत मंहगा और अच्छी क्वालिटी वाला मॉनिटर होता है |

Plasma मॉनिटर :-

यह मॉनिटर काँच का बना होता है इस  मॉनिटर में Cell का प्रयोग किया जाता है जिन्हें electronically charged ionized gas भरी होती है इसी cell को प्लाज्मा कहा जाता है यह high contras वाले स्क्रीन होते है | और इसकी पिक्चर क्वालिटी भी बहुत अच्छी होती है लेकिन LCD से सस्ते होने के कारण से यह बाज़ार में नहीं चल पाया इस वजह से अब यह बनना बंद हो गया है |

3D मॉनिटर ( Three Dimension ) :-

3D मॉनिटर को Three Dimension में किसी भी चीज को देखने के लिए किया जाता है | यह Two Dimension (2D ) मॉनिटर के मुकाबले ज्यादा स्पस्ट और साफ चित्र दिखता है | इस का पिक्चर देखने पर वास्तविक लगता है |

दोस्तों हमने जाना मॉनिटर क्या होता है ? || What is Monitor in Hindi?,मॉनिटर कितने प्रकार के होते है | अब मॉनिटर से सम्बंधित कुछ अन्य बातों को जान लेतें है |

मॉनिटर से ज़ुड़े कुछ अन्य महत्वपूर्ण बातें |

डॉट पिच ( Dot  Pich ) :-

दो पिक्सेल के विकरणों के  बिच के दुरी को डॉट पिच कहते है जिस मॉनिटर में डॉट पिच कम से कम होता है उस मॉनिटर का रेजोल्यूशन अधिक होता है तथा उस मॉनिटर में चित्र स्पष्ट और साफ दिखाई डेटा है | एक कलर मॉनिटर की डॉट पिच की रेंज 0.15 mm से 0.30 mm  तक हो सकता है |

स्क्रीन रेजोल्यूशन  (Screen Resoulation ) :-

किसी भी मॉनिटर का रेजोल्यूशन  उस मॉनिटर का Horizontal और Vertical पिक्सेल के संख्या के गुणनफल के बराबर होता है | किसी भी मॉनिटर का रेजोल्यूशन  अधिक होने पर पिक्चर साफ और स्पष्ट दिखाई देता है |

रिफ्रेश रेट ( Refresh Rate ) :-

एक सेकंड में मॉनिटर जितनी पर रिफ्रेश होता वह संख्या उसकी रिफ्रेश रेट कहलाती है रिफ्रेश रेट जितना ज्यादा होगा पिक्चर उतना ही स्पष्ट दिखाई देगा |

बिट मैपिंग ( Bit Mapping ) :-

पहले के मॉनिटर में केवल Taxt को display पर दिखाया जाता था | जिनकी पिक्सेल संख्या बहुत कम हुआ करता था लेकिन बाद में ग्राफिक्स और Taxt दोनों को display पर दिखया जाने लगा इसी दिखाने के तकनीक को बिट मैपिंग कहते है |

 मॉनिटर का दूसरा नाम क्या होता है ?

:- Visual Display Unit

 निष्कर्ष :-

मित्रों आज की इस लेख में हमने सिखा की, मॉनिटर क्या होता है ? || What is Monitor in Hindi ? मॉनिटर का इतिहास क्या है ? What is the history monitor ? और भी मॉनिटर से जुरी बातों के बारे में जाना मित्रों मुझे आशा है की आपलोगों को Monitor kya hai का यह लेख पसंद आया होगा | इस लेख में अगर कोई कमी है तो हमें कमेंट कर के जरुर बताये | उस गलती के सुधारें की पूरी कोशिश करूँगा | मित्रों अगर यह पोस्ट आपको पसंद आया है तो इस पोस्ट को आप अपने दोस्तों में शेयर जरुर करें और कमेंट में लिखे की यह लेख आपलोगों को कैसा लगा  धन्यवाद |

 

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें (0)