प्रिंटर क्या होता है ? और ये कितने प्रकार के होते है ?-Printer kya hota hai in hindi

DEEPCHAND KUMAR
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कम्प्यूटर उपयोगकर्ता  के जरूरत और इस्तेमाल को देखते हुएँ बहुत सारे सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर का आविष्कार किया गया ।उनमे से एक प्रिंटर भी है।जो कि एक आउटपुट हार्डवेयर डिवाइस है । इस लेख में आप इसी से सम्बंधित बातों को जानेंगे ।


तो मित्रों आपने प्रिंटर के बारे में सुना तो जरूर होगा । और देखा भी होगा । और  कभी फोटोकॉपी तथा प्रिंटआउट भी करवाया होगा ।लेकिन क्या आपने कभी ये जानने की कोशिश की है कि प्रिंटर क्या होता है ? और ये कितने प्रकार के होते है ? प्रिंटर का इतिहास क्या है ?


सबसे अच्छा प्रिंटर कौन सा होता है ? और भी प्रिंटर से जुड़ी बातें है जिनके बारे में आप नही जानते होंगे ।लेकिन आपलोगों ने प्रिंटर का उपयोग बहुत बार किया होगा ।लेकिन कोई बात नही है ।

आज आपलोग जान जाएंगे कि प्रिंटर क्या होता है ?और ये कितने प्रकार के होते है ? इसका इतिहास क्या है ? और सबसे अच्छा प्रिंटर कौन सा होता है ?


और भी प्रिंटर से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों के बारे में आसानी के साथ अपने मातृभाषा हिन्दी मे जान पाएंगे ।बस आपको इस लेख को शरू से अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़ना है । और समझना है ।

मित्रों प्रिंटर क्या होता है ?और ये कितने प्रकार के होते है ? इसके बारे में जानने से पहले हमलोग प्रिंटर के इतिहास के बारे में जान लेते है  ।


प्रिंटर का चित्र 

यह एक प्रिंटर का चित्र है |-Images of Printer


प्रिंटर का इतिहास क्या है ?(What is the history of printer in hindi ?)

1938 के आस-पास चेस्टर कार्लसन (Chester Carlson ) ने एलेक्ट्रोफोटोग्राफी(Electrophotography) नामक एक सूखने वाली मुद्रण प्रक्रिया (Dry printing process) का आविष्कार किया था ।जिसे आमतौर पर एक ज़ेरॉक्स (Xerox) कहा जाता था ।लेकिन कई किताबों और वेबसाइट में कहा गया है |


कि Charls Babbage नेसन 1800 ईसवी में अपना पहला Mechnical printer डिजाइन किया जिसे Difference Engine. के साथ उपयोग किया गया था ।

लेकिन फिर से 1953 ईसवी में उच्च गति वाले प्रिंटर को अनिवेक (Enivac) कम्प्यूटर पर उपयोग के लिए रेमिंगटन-रेंड(Remington-Rand) विकसित किया गया था ।


लेकिन बदलते समय के साथ-साथ पहला इलेक्ट्रॉनिक प्रिंटर EP-101 था । जिसका आविष्कार जापानी कंपनी Epson के द्वारा 1968 में किया गया था ।इसी तरह उपयोगकर्ता के जरूरत और इस्तेमाल को देखते हुए समय के साथ प्रिंटर में भी बहुत बदलाव आया ।

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प्रिंटर क्या होता है ? और ये कितने प्रकार के होते है ?

प्रिंटर एक आउटपुट डिवाइस है । इसका प्रयोग कम्प्यूटर से प्राप्त सूचना को किसी कागज पर छापने (Print) के लिए किया जाता है ।यह ब्लैक और व्हाइट (Black and White) तथा

कलर  दोनो प्रकार के टेक्स्ट और चित्र को कागज पर छाप (Print) सकता हैं।मित्रों अब हमलोग प्रिंटर कितने प्रकार के होते है ? को जानेंगे |

Printer kya hai ?

प्रिंटर एक मानव निर्मित या कृत्रिम इलेक्ट्रॉनिक्स आउटपुट उपकरण है | जिसके द्वारा किसी भी जानकारी को कंप्यूटर के मदद से छाप सकते है |

प्रिंटर कितने प्रकार के होते है ?

मित्रों प्रिंटर को मुख्य रूप से दो भागों में बांटा गया है । जो कि निम्नलिखित है । आप नीचे देख सकते है ।

1.इम्पैक्ट प्रिंटर ( Impact Printer )

2.नॉन-इम्पैक्ट ( Non-Impact Printer )

इम्पैक्ट प्रिंटर क्या होता है ?(impact printer kya hai)

यह प्रिंटर टाइपराइटर की तरह काम करता है । इसमें किसी भी अक्षर को छापने के लिए छोटे- छोटे पिन या हैमर्स का प्रयोगकिया जाता है ।इन पिन या हैमर्स पर अक्षर बने होते है ।

ये पिन या हैमर्स स्याही से लगे हुए ।रिबन (Ribbon) और कागज पर चोट करते है ।जिससे अक्षर पेपर पर छप जाते है ।यह प्रिंटर एक बार मे एक कैरेक्टर या एक लाइन को ही प्रिंट कर सकता है ।

इस प्रिंटर की प्रिंट क्वालिटी में उतनी अच्छी नही होती है ।बाकी प्रिंटर के मुकाबले यह प्रिंटर सस्ते होते है ।मित्रों इम्पैक्ट प्रिंटर को भी कई भागों में विभाजित किया गया है ।

इम्पैक्ट प्रिंटर के कितने प्रकार के होते है ?

इम्पैक्ट प्रिंटर को निम्नलिखित भागो में विभाजित किया गया है । आप नीचे देख सकते है ।

i.) डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर (Dot Matrix Printer in hindi ) :-

डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर में पिनों  की एक लाइन होती है | जो की कागज के ऊपर रिबन पर चोट करते है |डॉट का एक समहू एक मैट्रिक्स के रूप में कागज पर पड़ता है |

उसके बाद कागज पर चित्र या अक्षर छप जाते है |यह प्रिंटर एक बार में एक ही  अक्षर छाप सकता है | इस प्रिंटर में कोई भी अक्षर या चित्र बहुत सारे डॉट्स से मिलकर बनता है |

इस प्रिंटर को आप मेडिकल स्टोर में देख सकते है |यह प्रिंटर काफी स्लो होता है | तथा आवाज भी करता है |

ii.)डेजी व्हील प्रिंटर ( Daisy Wheel Printer in hindi ) :-

डेजी व्हील प्रिंटर किसी भी अक्षर की  छपाई टाइपराइटर की तरह करता है | इस प्रिंटर की क्वालिटी डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर से थोरा अच्छा होता है |इस प्रिंटर में एक मेटल का व्हील लगा होता है |

उस व्हील के सभी कोणों पर करैक्टर छपे होते है | और जब भी हम किसी करैक्टर को कागज पर प्रिंट करते है |तब यह व्हील घूमता है |

और फिर हैमर के मदद से व्हील में लगे प्रत्येक करैक्टर को रिबन से टकराया जाता है उसके बाद कागज पर करैक्टर छप जाता है | रिबन में इंक लगा रहता है | इस प्रिंटर से हम किसी भी प्रकार के चित्र नहीं छाप सकते है |

iii.)लाइन प्रिंटर ((Line Printer in hindi ) :-

लाइन प्रिंटर का खास बात यह है की इसमें एक समय पर एक लाइन को प्रिंट किया जाता है | इसलिए इसको लाइन प्रिंटर कहा जाता है |इस प्रिंटर की प्रिंटिंग क्वालिटी ज्यादा अच्छा नहीं होता होता है | यह भी दुसरे इम्पैक्ट प्रिंटर के तरह होते है | इसमें भी एक मेटल हेड या हैमर लगा रहता है | जो की रिबन से टकराता है |

और प्रिंट कर डेटा है | परन्तु इसमें सभी कोलम के लिए हैमर की एक पंक्ति होती है | जिससे की एक ही समय पर पुरे लाइन को प्रिंट कर सकता है | इस प्रिंटर के माध्यम से एक मिनट में 300 से 3000  लाइन प्रिंट कर सकते है |

iv.)ड्रम प्रिंटर ( Drum Printer in hindi ) :-

ड्रम प्रिंटर एक प्रकार से लाइन प्रिंटर के तरह ही होता होता है | लेकिन इसमे एक बेलनाकार ड्रम ( Cylindrical Drum) लगा होता है |जो की लगातार घूमता रहता है |

उसी ड्रम में करैक्टर उभरे रहते है | ड्रम और कागज के बिच में एक स्याही लगी रिबन होती है|और जब हैमर कागज के साथ रिबन पर चोट करता है |रिबन पर चोट लगने से रिबन ड्रम में लगे करैक्टर पर दबाव डालता है | जिससे करैक्टर कागज पर छप जाता है |

v.)चैन प्रिंटर ( Chain Printer in hindi ) :-

चैन प्रिंटर में प्रिंट करने के लिए एक चैन लगा होता है | और उस चैन पर मेटल का करैक्टर छपा होता है |तथा जब इस प्रिंटर को चालू किया जाता है तब चैन चारों और घूमता है |

और जब भी हम किसी अक्षर को छापना चाहते है | तब हैमर द्वारा पेपर को स्याही लगा रिबन पर चोट करता है उसके बाद चैन पर लगे करैक्टर पर चोट किया जाता है |जिससे करैक्टर कागज पर छप जाता है |

 

नॉन–इम्पैक्ट प्रिंटर क्या होता है | और कितने प्रकार होते है ?

इसमें प्रिंट करने कर लिए स्याही का फुहार कागज पर छोरते है |इस प्रिंटर में इलेक्ट्रोस्टेटिक केमिकल और इंकजेट तकनीक का प्रयोग किया जाता है |

इस प्रिंटर के माध्यम से हमलोग अच्छी क्वालिटी की अक्षर और चित्र को छाप सकते है |यह प्रिंटर इम्पैक्ट प्रिंटर के मुकाबले मंहगा होता है | लेकिन इसकी प्रिंट क्वालिटी बहुत अच्छा होता है | इस प्रिंटर को भी कई भागों में विभाजित किया गया है | जिन्हें आप निचे देख सकते है |

i.)इंकजेट प्रिंटर (Inkjet Printer in hindi ) :-

इस प्रिंटर में पिनों के स्थान पर छोटे- छोटे पाइप लगा होता है | जिसको जेट कहा जाता जाता और जब हम प्रिंट करते है | तब उस जेट के द्वारा कागज पर स्याही का फुँहारा डाला जाता है |

जिससे कोई भी करैक्टर कागज पर छप जाता है | इस प्रिंटर में चार कलर का प्रयोग किया जाता है | उसी चार कलर को मिला कर सभी रंगों में प्रिंट किया जाता है | इस प्रिंटर की प्रिंट क्वालिटी बहुत अच्छा होता है |

ii )थर्मल प्रिंटर ( Thermal Printer in hindi ) :-

इस प्रिंटर में करैक्टर को  छापने के लिए ऊष्मा का प्रयोग किया जाता है | ऊष्मा के द्वारा स्याही को पिघलाकर कागज पर छोरा जाता है जिससे चित्र या अक्षर छप जाते है | फैक्स मशीन एक थर्मल प्रिंटर का उदाहरण है | या प्रिंटर बहुत स्लो होता है साथ ही मंहगा भी होता है |

 

iii)लेजर प्रिंटर (Laser Printer in hindi ) :-

लेजर प्रिंटर का प्रिंट क्वालिटी बहुत ही अच्छा होता है । इस प्रिंटर में कम्प्यूटर के द्वारा भेजा गया डेटा को लेजर की किरणों के मदद से इसके ड्रम पर चार्ज उत्पन्न कर देता है । इस प्रिंटर में एक टोनर लगा होता है ।

जो चार्ज के कारण ड्रम पर चिपक जाता है और जब यह ड्रम घूमता है । इसके नीचे से कागज निकलता है । टैब टोनर कागज पर अक्षर या चित्र को छाप देता है । यह प्रिंटर एक मिनट में 5 से 24 पेज तक प्रिंट कर सकता है ।यह प्रिंटर काफी फ़ास्ट होता है ।

 

iv) इलेक्ट्रो मैग्नेटिक प्रिंटर (Electro Megnetic Printer in hindi ) :-

इलेक्ट्रो मैग्नेटिक प्रिंटर बहुत फ़ास्ट प्रिंट के लिए जाना जाता है । यह प्रिंटर एक बार मे एक पेज को छाप देता है । यह प्रिंटर एक मिनट में 20000 लाइन को छाप सकता है यानी कि 250 पेज प्रति मिनट प्रिंट कर सकता है।

 

v) इलेक्ट्रो स्टेटिक प्रिंटर (Electro Static Printer in hindi ) :-

इस प्रिंटर का उपयोग बड़ा साइज का प्रिंट करने के लिए किया जाता है । इसका प्रयोग बड़े प्रिंटिंग प्रेस में किया जाता है। यह प्रिंटर काफी बहुत फ़ास्ट होता है । तथा यह सस्ता भी होता है।

मित्रों प्रिंटर क्या होता होता है ? और ये कितने प्रकार के होते है ? ये तो हमने जान लिया अब प्रिंटर से ज़ुड़ी कुछ अन्य महत्वपूर्ण बातों को जानने की कोशिश करते है |

किसी भी प्रिंटर के क्वालिटी को कैसे मापा जाता है  ?(How is the quality of any printer measured?)

उत्तर :- किसी  भी प्रिंटर की क्वालिटी को डॉट्स प्रति इंच ( Dots per  inch – DPI ) में मापी जाती है |


किसी भी प्रिंटर की गति (Speed ) को कैसे मापा जाता है ?(How is the speed of any printer measured?)

उत्तर :- प्रिंटर की Speed को Character  per second – CPS , लाइन प्रति मिनट (Line per minut – LPM ) तथा पेज प्रति मिनट ( PPM ) में मापा जाता है |

घर के लिए कौन सा प्रिंटर लेना चाहिये ?(Which printer should I get for home?)

मित्रों अगर आप थोरा बहुत फोटोकॉपी या प्रिंट करते है | तो आपको इंकजेट प्रिंटर लेना चाहिए | क्योकि इंकजेट प्रिंटर में कलर प्रिंट भी कर सकते है | लेकिन अगर आप लेजर प्रिंटर लेते है तो सिर्फ ब्लैक और वाइट प्रिंट कर सकते है |

क्योकि लेजर प्रिंटर में कलर प्रिंटर बहुत मँहगा होता है | इंकजेट प्रिंटर के मुकाबले इंकजेट प्रिंटर में आप कम दाम पर खरीद कर  सारे कम कर सकते है |इंकजेट प्रिंटर में आपको रोजाना एक – दो प्रिंट करना जरुरी होता है क्योकि अगर आप प्रिंट नहीं करते है तो इंक जम जाने का चांस रहता है |

GST (Goods And Service Tax) क्या होता है ? || What Is GST In Hindi ?

टोनर क्या होता है ?(What is toner?)

टोनर एक प्रकार का पाउडर होता है | इसका ज्यादातर प्रयोग लेजर प्रिंटर में किया जाता है | यह पॉलिमिरक, ग्रेफाइट और राल का बना होता है |

 

3D प्रिंटर क्या होता है ? ( What is 3D printer ?)

3D प्रिंटर को three dimensional प्रिंटर कहा जाता है | इसके द्वारा प्रिंट किया गया | कोई भी वस्तु हु-बहु दिखाई पड़ता है | इसके द्वारा हम-खिलोना , गहने ,चप्पल इत्यादि को हु- बहु प्रिंट कर सकते है |इसका आविष्कार 1984  में किया गया था |

प्लॉटर क्या होता है ? (What is plotter ?)

प्लॉटर एक आउटपुट डिवाइस है जिसका प्रयोग बड़े चित्र को प्रिंट करने के लिए किया जाता है | जैसे - मैकेनिकल वस्तुओ की ब्लू प्रिंट बनाने के लिए इत्यादि |इस प्रिंटर को भी दो भागों में बाँटा गया है |

1.फ्लैट बैड प्लॉटर (Flat Bed plotter ) :- 

उत्तर :- इस साइज़ छोटा होता है |इस प्लॉटर को हम कही भी आसानी से रख सकते है | इसमें पेपर साइज़ छोटे  होते है |

2. ड्रम प्लॉटर  ( Drum plotter ) :-

उत्तर :- यह प्लॉटर साइज़ में बहुत बड़े होते है | इसमें पेपर को रोल के रूप में प्रयोग किया जाता है |

Bahu printer kya hai 

दोस्तों बहु का मतलब होता है | Multiple और मल्टीपल प्रिंटर वैसा प्रिंटर होता है | जिनमे आप फोटो कॉपी ,स्कैन ,प्रिंट आउट सभी प्रकार के काम कर सकते है | इस प्रिंटर को मल्टीफंक्शन प्रिंटर भी कहा जाता है |

 

निष्कर्ष :-

मित्रों मुझे आशा है की आपलोगों को प्रिंटर क्या होता है ? और ये कितने प्रकार के होते है ?(What is a Printer? And what are these types?)और भी प्रिंटर से जुरी सवालो का जवाब मिल गया होगा |अगर आपको यह लेख पसंद आता है तो आप इसे अपने मित्रों में शेयर जरुर करे अगर कोई समस्या या सुझाव हो तो आप हमें कमेंट कर सकते है मैं जवाब देने की पूरी कोशिश करूँगा धन्यवाद |

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