कंप्यूटर हार्डवेयर की A TO Z जानकारी-Computer Hardware In hindi

DEEPCHAND KUMAR
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कंप्यूटर सॉफ्टवेयर को जानने के साथ-साथ कंप्यूटर हार्डवेयर को भी जानना बेहद जरुरी है | Computer Hardware In Hindi के इस अध्याय में आज आपलोग कंप्यूटर हार्डवेयर क्या होता है ? तथा इससे सम्बन्धित सवालों के बारें में जानेंगे |

Computer hardware एक कठोर भाग होते है  जिसे हम अपने हाथों से स्पर्श कर सकते है तथा अपने आखों से देख सकते है | यह हार्डवेयर कई तरह के होते है | आन्तरिक हार्डवेयर ,बाहरी हार्डवेयर,आन्तरिक कॉम्पोनेन्ट आदि | आगे इन सभी विषय पर विस्तार पूर्वक चर्चा करेंगे |

Computer Hardware In Hindi के इस अध्याय में मैं कोशिश करूँगा की आप सभी के मन में चल रहे सारें सवालों का जवाब दे सकूँ ताकि आपलोग इसी अध्याय में हार्डवेयर से सम्बंधित सभी जानकारी प्राप्त कर सकें इसलिए मैं शरू से सारी चीजों के बारें में चर्चा करेंगे |

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इस चित्र में Computer Hardware के कुछ घटकों को दिखाया गया है |
Computer Hardware Devices And Components


कम्प्यूटर क्या है?-[Computer Kya Hai?] 

कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन होता है  जो कंप्यूटर उपयोगकर्ता द्वारा दिए गए इनपुट डेटा के आधार पर प्रोसेसिंग करके उचित परिणाम का आउटपुट प्रदान करता है कंप्यूटर कहलाता है |

कंप्यूटर का वर्गीकरण कई आधार पर किया गया है | कंप्यूटर एक मशीन है इसलिए यह स्वतंत्र रूप से कार्य नहीं कर सकता है  इसे मानव द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार ही कार्य करना पड़ता है |

कंप्यूटर सिस्टम क्या है ?-[Computer systems in hindi.]

एक कंप्यूटर सिस्टम हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का सम्मलित रूप होता है | जिसे डेटा को प्रोसेस करके एक अर्थपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए डिजाईन किया गया है | 

हरेक कंप्यूटर में डेटा को इनपुट किया जाता है | उसके बाद कंप्यूटर डेटा को प्रोसेसिंग करता है | तथा उस डेटा को स्टोर करता है | तत्पश्चात कंप्यूटर एक अर्थपूर्ण जानकारी का आउटपुट प्रदान करता है |

कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर क्या है?-[Computer Software kya hai?]

सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग भाषा में लिखें गए निर्देशों की एकिकृत समहू होता है | जिसके माध्यम से कंप्यूटर उपयोगकर्ता कंप्यूटर को किसी भी प्रकार के कार्य को करने के लिए आदेश देता है | 

एक कंप्यूटर सिस्टम हार्डवेयर तथा सॉफ्टवेयर का सम्मलित रूप होता है | अगर दोनों एक साथ ना हो तो कंप्यूटर का कोई आधार नही होगा | कंप्यूटर हार्डवेयर कंप्यूटर के अपरिवर्तिनिय भाग होता है | वही सॉफ्टवेयर परिवर्तनिय भाग होते है | सॉफ्टवेयर कई प्रकार के होते है |

सॉफ्टवेयर के 5 उदाहरण क्या हैं?

  1. Microsoft Office
  2. Photoshop
  3. Google Chrome
  4. Windows OS
  5. Linux OS

कंप्यूटर हार्डवेयर क्या है?-[Computer hardware In hindi.]

हार्डवेयर एक सामूहिक शब्द है | हार्डवेयर में हार्ड का अर्थ होता है कठोर तथा वेयर का अर्थ होता है सामग्री तो हार्डवेयर का अर्थ होता है कठोर सामग्री 

कंप्यूटर हार्डवेयर कंप्यूटर का वह भौतिक (Physical) भाग होते है जिसे हम अपने खुली आँखों से देख सकते है | तथा उसे अपने हाथों से छू सकते है | 

कंप्यूटर हार्डवेयर में इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल और इलेक्ट्रॉनिक भाग शामिल होते है | जैसे की मॉनिटर,कीबोर्ड,माउस,CPU,SMPS,मदरबोर्ड,हार्डडिस्क इत्यादि |

हार्डवेयर कॉम्पोनेन्ट कंप्यूटर सिस्टम का भौतिक संग्रह वाला भाग होता है जिसे हम अपने आखों से देख सकते है तथा हाथों से छू सकते है | जिसमे कंप्यूटर के आंतरिक भाग तथा बाहरी भाग दोनों शामिल होता है | जैसे- हार्डडिस्क ,मदरबोर्ड ,प्रोसेसर ,कैबिनेट ,कीबोर्ड ,माउस,मॉनिटर इत्यादि |

कंप्यूटर हार्डवेयर के प्रकार –[Types Of Computer Hardware In Hindi.]

कंप्यूटर हार्डवेयर को मुख्य रूप से दो भागों में विभाजित किया गया है | जो निम्नलिखित है |

  1. सिस्टम यूनिट (System Unit)
  2. परिधीय उपकरण (Peripheral device)

सिस्टम यूनिट क्या है ?–[System Unit In Hindi.]

सिस्टम यूनिट किसी भी कंप्यूटर के आन्तरिक भाग में लगे कॉम्पोनेन्ट को निर्देशित करता है | जिसके अंतर्गत डेटा एवं निर्देशों को प्रोसेसिंग किया जाता है | तथा डेटा को अस्थाई रूप से संग्रहित किया जाता है | इसका मुख्य घटक (Component) प्रोसेसिंग यूनिट,प्रार्थमिक मैमोरी,तथा मदरबोर्ड इत्यादि है |

सिस्टम यूनिट कॉम्पोनेन्ट किसी भी कंप्यूटर या पर्सनल कंप्यूटर का सबसे प्रमुख भाग होता है |

समय के साथ कम्प्यूटर का आकार छोटा होते गया आजकल के कंप्यूटर में सिस्टम यूनिट तथा पेरीफेरल उपकरण या जितने भी बाहरी उपकरण होते है सभी को एक साथ एक ही कंप्यूटर कैबिनेट या केस में एकीकृत कर दिया गया है | इसका प्रमुख उदाहरण एक लैपटॉप कंप्यूटर है |

इस चित्र में Computer hardware system unit के प्रमुख घटकों को दिखाया गया है जैसे की मदरबोर्ड, प्रोसेसर, रैम इत्यादि |
Computer Hardware System Unit Components


सिस्टम यूनिट घटकों के प्रकार -[Types Of System Unit Components.]

  1. Central Processing Unit(CPU)
  2. Primary Memory Unit
  3. System Board/Motherboard Unit
  4. Hardware Interface Unit
  5. Power Supply Unit (PSU)
  6. Cooling Systems Unit

सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (Central  Processing  Unit) :-

सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (CPU) लाखों ट्रांजिस्टर का एकिकृत समहू होता है | इसे प्रोसेसर तथा माइक्रोप्रोसेसर के नाम से भी जाना जाता है | इसे कंप्यूटर का दिमाग कहा जाता है | डेटा का प्रोसेसिंग सीपीयु में ही होता है |

एक CPU मुख्य रूप से तीन भाग में विभाजित होते है | पहला नियंत्रण इकाई (Cantrol Unit) दूसरा अंकगणितीय और तार्किक इकाई (Arithmetic&Logic Unit) तथा तीसरा रजिस्टर इकाई होता है |  प्रोसेसर कई प्रकार के होते है | कुछ स्पेशल प्रोसेसर भी होते है जिसे स्पेशल कार्य को करने के लिए बनाया गया है |

एक CPU नियंत्रण इकाई (Cantrol Unit), अंकगणितीय और तार्किक इकाई (Arithmetic&Logic Unit) तथा रजिस्टर इकाई तीन श्रेणियों में विभाजित होते है |

  • प्रोसेसर कंप्यूटर का दिमाग होता है |
  • यह कंप्यूटर के सभी भाग को नियंत्रित करता है |
  • यह डेटा के मध्यवर्ती परिणाम और निर्देशों को स्टोर करता है |
  • सभी प्रकार के डेटा ऑपरेशन करता है |

सीपीयू के कुछ लोकप्रिय निर्माता कम्पनियाँ :-

  • Intel
  • AMD
  • Qualcomm
  • Media Tek
  • NVIDIA

Types Of Special Processors :- 

  • Graphics Processing Unit (GPU)
  • Physics Processing Unit (PPU)
  • Digital Signal Processor (Dsp)
  • Network Processor
  • Front End Processor

प्राथमिक मैमोरी इकाई (Primary Memory Unit):-

प्राथमिक मैमोरी कंप्यूटर मैमोरी का सबसे मुख्य भाग होता है | जिसे CUP के द्वारा डायरेक्ट एक्सेस किया जाता है | मैमोरी अनुक्रम में प्राथमिक मैमोरी की एक्सेस समय कैश मैमोरी से कम होता है तथा सेकंडरी मैमोरी से अधिक होता है | इसकी भण्डारण क्षमता कैश मैमोरी से अधिक होती है तथा सेकेंडरी मैमोरी से कम होती है |

प्राथमिक मैमोरी को मुख्य रूप से दो भागों में विभाजित किया गया है |

रैम (RAM) :-

रैम एक ऐसा प्रार्थमिक मैमोरी है जिसका इस्तेमाल किसी भी प्रकार के कम्प्यूटर में CPU द्वारा वर्त्तमान समय में प्रोसेसिंग हो रहे डेटा तथा निर्देशों को तीव्रता के साथ लोड करने के लिए करता है |

  • RAM का फुल फॉर्म RANDOM ACCESS MEMORY होता है |
  • यह एक अस्थाई मैमोरी होता है |
  • रैम को दो भागों में विभाजित किया गया है | STATIC RAM तथा DYNAMIC RAM 
  • STATIC RAM ज्यादा तेज होता है DYNAMIC RAM से |
  • इसके भण्डारण क्षमता को Megabytes (MB) तथा Gigabytes (GB) की इकाइयों में मापा जाता है |

रोम (ROM) :-

रोम एक ऐसा प्रार्थमिक मैमोरी होता है | जिसमे कंप्यूटर के वैसे निर्देश या प्रोग्राम संग्रहित होता है जिसे भविष्य में बदलने की आवश्यकता नहीं हो | 

रोम स्थाई मैमोरी होता है | जिसे कंप्यूटर के द्वारा सिर्फ रीड किया जा सकता है | इस मैमोरी में किसी भी प्रकार का बदलाव या इसके डेटा को डिलीट नहीं किया जा सकता है | 

इस मैमोरी में स्टोर डेटा कंप्यूटर में बिजली आपूर्ति बंद होने के बावजूद भी मौजूद रहता है | इसमें सिस्टम बूट होने का सेटिंग इत्यादि के निर्देश स्टोर रहते है |

ROM का फॉर्म READ ONLY MEMORY होता है |

रोम के प्रकार :-

  1. PROM(PROGRAMMABLE READ ONLY MEMORY)
  2. EPROM(ERASABLE AND PROGRAMMABLE READ ONLY MEMORY)
  3. EEPROM(ELECTRICALLY ERASABLE AND PROGRAMMABLE READ ONLY MEMORY)

मदरबोर्ड (Motherboard):-

मदरबोर्ड किसी भी कंप्यूटर में मुख्य सर्किट बोर्ड होता है जो सभी प्रकार के उपकरण और कॉम्पोनेन्ट को एक साथ जोड़ने का कार्य करती है | इसे मुख्य बोर्ड,सिस्टम बोर्ड तथा Logic Board के नाम से भी जाना जाता है |

  • मदरबोर्ड को कम्प्यूटर का ह्रदय भी कहा जाता है |
  • कुछ मदरबोर्ड में सभी कॉम्पोनेन्ट मदरबोर्ड के ऊपर एकीकृत होता है | जैसे-लैपटॉप मदरबोर्ड,मोबाइल मदरबोर्ड |
  • मदरबोर्ड को किसी भी कंप्यूटर का रीड की हड्डी (Backbone) माना जाता है |
  • एक मदरबोर्ड को एक विशेष प्रकार के प्रोसेसर के लिए डिजाईन किया जाता है | आप उस मदर बोर्ड में सभी प्रकार के  प्रोसेसर का इस्तेमाल नहीं कर सकते है |

मदरबोर्ड निर्माता कंपनियाँ

  • Intel
  • Asus
  • Gigabyte
  • Msi
  • Zebronics

हार्डवेयर इंटरफ़ेस (Hardware Interface) :-

एक हार्डवेयर इंटरफ़ेस सिस्टम यूनिट और पेरीफेरल उपकरण के बीच का मिलन बिंदु होता है | डेटा सिस्टम यूनिट और पेरीफेरल यूनिट के बीच हार्डवेयर इंटरफ़ेस के माध्यम से प्रवाहित होता है |

पेरीफेरल उपकरण को सिस्टम यूनिट से जोड़ने के लिए व्यापक रूप से उपयोग किया जाने वाला हार्डवेयर इंटरफ़ेस USBPort है जिसके माध्यम से कीबोर्ड, माउस, माइक्रोफोन, वेब कैमरे, प्रिंटर तथा स्कैनर इत्यादि पेरीफेरल उपकरणों को जोड़ा जा सकता है |

कुछ अन्य व्यापक रूप से उपयोग किए जाने वाला हार्डवेयर इंटरफ़ेस, Firewire (IEEE 1394), Audio, Video, और Ethernet Ports इत्यादि  है | 

विद्युत आपूर्ति इकाई-(Power Supplies Unit):-

बिजली आपूर्ति इकाई जिसे स्विच-मोड बिजली आपूर्ति (SMPS) के नाम से जाना जाता है यह एक इलेक्ट्रॉनिक सर्किट होता है |

जो उच्च आवृत्तियों पर चालू और बंद होने वाले स्विचिंग उपकरणों का उपयोग करके बिजली परिवर्तित करता है |

यह भी एक हार्डवेयर कॉम्पोनेन्ट है |  जो विद्युतीय उपकरण या कॉम्पोनेन्ट को बिजली की आपूर्ति करता है | यह विद्युत् मार्ग से प्रत्यावर्ती धारा (Alternating Current- AC) को प्राप्त कर प्रत्यक्ष धारा (Direct Current-DC) 3.3v,5v तथा 12v में परिवर्तित कर कंप्यूटर के अन्य विद्युतीय कॉम्पोनेन्ट तक प्रसारित करता है | 

शीतलन प्रणाली इकाई (Cooling Systems  Unit):-

हम सभी जानते है कि इलेक्ट्रॉनिक कॉम्पोनेन्ट गर्मी उत्पन्न करता है | इसी प्रकार कंप्यूटर में भी CPU ,VGA कार्ड तथा अन्य कॉम्पोनेन्ट गर्मी उत्पन्न करता है | 

इस गर्मी को अगर बाहर नहीं निकाला गया तो कंप्यूटर के कॉम्पोनेन्ट में शार्ट सर्किट होने की संभावना रहती ही जिससे कंप्यूटर नष्ट हो सकती है | 

इसलिए कंप्यूटर के आन्तरिक भाग के तापमान को कम रखने के लिए कुलिंग सिस्टम का उपयोग किया जाता है | जिसके द्वारा कंप्यूटर के आन्तरिक भाग को ठंडा किया जाता है | आजकल सभी कंप्यूटर कुलिंग सिस्टम के साथ आते है |

कंप्यूटर को ठंडा रखने के लिए निम्नलिखित तकनीकों का इस्तेमाल किया जाता है |

  1. Heat Sinks
  2. Case cooling system
  3. CPU Cooling System
  4. Thermal Compound
  5. Liquid Cooling Systems

हीट सिंक्स ( Heat Sinks) :-

हीट सिंक धातु से बना एक युक्ति होता है जो किसी भी इलेक्ट्रानिक या यांत्रिक युक्ति में उत्पन्न ऊष्मा को स्वयं अवशोषित कर लेता है |

केस कुलिंग सिस्टम (Case cooling system) :-

केस कुलिंग सिस्टम में कंप्यूटर केबिनेट के अन्दर के गर्मी को बाहर निकालने के लिए एयर कुलिंग सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है | यह कंप्यूटर को ठंडा रखने के लिए एक सामान्य और सस्ता तरीका है | 

इस सिस्टम में एक पंखा लगा होता है | जो गर्म हवा को बाहर निकालने तथा ठंडा हवा को कंप्यूटर के अन्दर खीचनें की क्षमता रखता है |

सीपीयु कुलिंग सिस्टम(CPU Cooling System) :-

किसी भी कंप्यूटर में सबसे अधिक गर्मी उत्पन्न करने वाला कॉम्पोनेन्ट CPU होता है | इसे ठंडा रखन सबसे महत्वपूर्ण होता है | इसे ठंडा रखने के लिए सामान्य तौर पर दो कुलिंग सिस्टम का इस्तेमाल होता है | एयर कुलिंग सिस्टम तथा लिक्विड कुलिंग सिस्टम

एयर कुलिंग सिस्टम में पंखे को हीट सिंक के साथ जोड़ा जाता है | हीट सिंक (अलिमुनियम या ताम्बे से बना है धातु) प्रोसेसर के पुरे समतल भाग से जुड़ा होता है जो CPU से उत्पन्न होने वाले गर्मी को अवशोषित (Absorbed) कर पंखे के माध्यम से बाहर निकाल देता है | 

तथा केस में लगा पंखा उसे गर्मी को केस से बाहर निकालने का कार्य करता है | जिससे कंप्यूटर का आन्तरिक भाग ठंडा रहता है |

थर्मल संयोजन (Thermal Compound) :-

CPU  से अधिकतम मात्रा में ऊष्मा को अवशोषित करने के लिए हीट सिंक के साथ एक थर्मल पेस्ट का इस्तेमाल किया जाता है | cpu तथा हीट सिंक के समतल पूरी तरह से फ्लैट नहीं होने के कारण कुछ गैप रह जाता है | 

जिससे ऊष्मा को पूरी तरह से अवशोषित नहीं किया जा सकता है | इसलिए CPU और हीट सिंक के बीच उच्च तापीय चालकता वाली थर्मल संयोजन का उपयोग किया जाता है |

लिक्विड कुलिंग सिस्टम (Liquid Cooling Systems) :-

लिक्विड कुलिंग सिस्टम का इस्तेमाल विशेष प्रकार और अधिक कार्य क्षमता वाले कंप्यूटर में किया जाता है | इसे अधिक स्थान की आवश्यकता पड़ती है | 

इस कुलिंग सिस्टम में एक रेडिएटर लगा होता है जो पाइप के माध्यम से ठंडा पानी के कंप्यूटर में गर्म कॉम्पोनेन्ट के इर्दगिर्द प्रसारित करता है | जिससे कंप्यूटर ठंडा रहता है |

परिधीय उपकरण क्या है?-[Peripheral Devices In Hindi.]

वे सभी उपकरण जो सिस्टम यूनिट के अंतर्गत नहीं आते है  या वैसे उपकरण जो कंप्यूटर को अधिक कार्य क्षमता प्रदान करता है  स्वाभाविक रूप से पेरीफेरल उपकरण है |

जिसके अंतर्गत इनपुट उपकरण,आउटपुट उपकरण,सहायक मैमोरी (Auxiliary Storage) तथा अन्य उपकरण जो प्रदर्शन और संचार के लिए उपयोग किया जाता है | 

वह सभी उपकरण पेरीफेरल उपकरण के अंतर्गत आते है | ये सभी उपकरण वायर तथा वायरलेस माध्यम से सिस्टम यूनिट से जुड़े होते है | 

पेरीफेरल उपकरण के प्रकार-[Types Of Peripheral Devices In Hindi.]

  1. सेकेंडरी स्टोरेज (Secondary Storage) 
  2. इनपुट डिवाइस (Input Device)
  3. आउटपुट डिवाइस (Output Device)

सेकेंडरी स्टोरेज (Secondary Storage Options):-

कंप्यूटर किसी भी डेटा या निर्देशों को भविष्य में इस्तेमाल करने के लिए उसे स्थाई रूप से भण्डारण नहीं कर पाता है तो कंप्यूटर का कोई अर्थ नहीं होता है |

रैम एक मैमोरी है जो CPU को डेटा या निर्देशों को एक्सेस करने में सहायता करता है | रैम एक अस्थाई मैमोरी होता है | जो कंप्यूटर के बंद होने के बाद इस मैमोरी में लोड डेटा या निर्देश नष्ट हो जाते है | 

सेकेंडरी स्टोरेज वह मीडिया है जो डेटा और निर्देशों को सिस्टम यूनिट के बाहर लम्बें समय तक स्थाई रूप से स्टोर करके रखता है | इसे सहायक भंडारण भी कहा जाता है | रैम सहायक भण्डारण से डेटा को लोड करके CPU तक तीव्र गति से पहुँचाने का कार्य करता है | सेकेंडरी स्टोरेज कई प्रकार के होते है | इनके नाम निम्नलिखित है | 

Magnetic Disks

  1. Hdd
  2. Floppy Disks

Optical Disks

  1. CDs 
  2. CDROMs

Flash Memory

  1. USB Drives
  2. Solid-State Drives
  3. Memory Cards

इनपुट उपकरण (Input Devices in hindi) :-

इस इकाई में वे उपकरण होते हैं जिनकी सहायता से हम कम्प्यूटर में डेटा दर्ज करते हैं। यह इकाई उपयोगकर्ता और कंप्यूटर के बीच एक लिंक बनाती हैं | इनपुट डिवाइस सूचना को कंप्यूटर द्वारा समझने योग्य रूप में अनुवादित करने का कार्य करता हैं।

कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है | जिसको किसी भी प्रकार के कार्य को करने के लिए निर्देश देने की आवश्यकता होती है | जिसके लिए इनपुट उपकरण की आवश्यकता पड़ती है | 

जिसके सहायता से कंप्यूटर उपयोगकर्ता कंप्यूटर को कार्य करने के लिए निर्देश देते है | उसके बाद कंप्यूटर प्रोसेसिंग का कार्य शरू करता है | जिस कार्य को करवाने के लिए इनपुट उपकरण की आवश्यकता पड़ती है |  

तो हम कह सकते है की वैसे उपकरण जिसकी सहायता से कंप्यूटर उपयोगकर्ता कंप्यूटर को कार्य करने के लिए निर्देश देने का कार्य करता है | इनपुट उपकरण कहलाता है | 

इस चित्र में Computer hardware input devices को दिखाया गया है जैसे की माइक्रोफोन, स्कैनर,कीबोर्ड,माउस इत्यादि |
Peripheral Input Devices


इनपुट उपकरण कई प्रकार के होते है | चलिए हरेक के बारें में जानने की कोशिश करते है |

  • कीबोर्ड,माउस,माइक्रोफोन,स्कैनर और वेब कैम यह 5 ऐसे इनपुट उपकरण है जो व्यापक रूप से (Widely Used) सभी कंप्यूटर उपयोगकर्ता इस्तेमाल करते है |

निम्नलिखित कुछ महत्वपूर्ण इनपुट डिवाइस हैं जिनका उपयोग कंप्यूटर के साथ में किया जाता है | 

  1. Keyboard 
  2. Mouse 
  3. Joy Stick 
  4. Light pen 
  5. Track Ball 
  6. Scanner 
  7. Graphic Tablet 
  8. Microphone 
  9. Magnetic Ink Card Reader(MICR)
  10. Optical Character Reader(OCR) 
  11. Bar Code Reader 
  12. Optical Mark Reader(OMR) 
  13. Touchpad

कीबोर्ड (Keyboard):-

कीबोर्ड एक प्रमुख एवं सामान्य रूप से सभी कंप्यूटर के साथ उपयोग किए जाने वाला इनपुट उपकरण है | जिसमे आवश्यकता के अनुसार संख्यात्मक (Numeric),अल्फ़ान्यूमेरिक (Alphanumeric),वर्णमाला (Alphabet) और फ़ंक्शन (Function) की कुंजियाँ (Keys) होती है | 

  • एक सामान्य कीबोर्ड में 104 से लेकर 108 कुंजियाँ तक होती है | यह दिखने एक टाइपराइटर के तरह होता है | 
  • क्रिस्टोफर लैथम शोलेज (Christopher Latham Sholes) जो की एक अमेरिकी आविष्कारक थे उन्होंने 1868 ई० में QWERTY कीबोर्ड का आविष्कार किये थे |

कीबोर्ड की विशेषता :-

  • कंप्यूटर से कम्युनिकेशन करने के लिए कीबोर्ड पहला माध्यम है |
  • कीबोर्ड में बहुत सारें शार्टकट होते है जिसके मदद से समय की बचत होती है | 
  • एक कीबोर्ड में A TO  Z अपर  केश तथा a to z  लोअर केश में लिखने की सुविधाएँ होती है |
  • 0 से लेकर 9 तक संख्यात्मक कुंजियाँ होती है |
  • विशेष कार्य को करने के 12 फंक्शन की कुंजियाँ होती है |

कुछ स्पेशल कुंजियाँ भी होती है | जैसे- Cantrol (Ctrl) Keys,Alternate(Alt) Key,Windows Key,Shift Key,Enter Key,Cursor Key,Arrow Keys,Page Up Key,Page Down Kay,Screen Control Keys,Escape(Esc)Key,Home Key,End Key ,Pause Break Key,Insert Key,Delete Key,Backspace Key,Number Lock Key,Caps Lock Key,Space Bar Key,Tab Key,Scroll Lock Key,Print Screen Key, इत्यादि |

सामान्य तौर पर कीबोर्ड को कंप्यूटर के कनेक्ट करने के USB केवल या फिर ब्लूटूथ का उपयोग किया जाता है | जहाँ पर USB  कीबोर्ड वायर कीबोर्ड के उदाहरण है | वही ब्लूटूथ वायरलेस कीबोर्ड के उदाहरण है | इसे कीबोर्ड पोर्ट या इंटरफ़ेस (Keyboard ports and interfaces) भी कह सकते है |

माउस (Mouse):-

माउस दूसरा प्रमुख इनपुट पॉइंटिंग उपकरण है | इसे चिकनी सतह पर रख कर हाथ से घुमाया जाता है | इसका उपयोग कंप्यूटर के कर्सर को नियन्त्रण करने तथा किसी भी के फाइल या प्रोग्राम  को खोले तथा उस फाइल या प्रोग्राम से सम्बंधित सारें ऑप्शन्स को निर्देश देने इत्यादि के लिए किया जाता है | 

  • सामान्य तौर पर माउस में तीन बटन (दायाँ,बायाँ तथा मध्य भाग के बटन ) और एक स्क्रॉलिंग रोलर लगे होते है | 
  • माउस का आविष्कार 1960 के दशक में अमरीकी आविष्कारक डगलस एंगेलबार्ट (Douglas Engelbart) ने किया था |

माउस के उपयोग :-

  • Move the mouse pointer
  • Select
  • Open or execute a program
  • Drag-and-drop
  • Hovering
  • Scroll Up & Down
  • Perform other functions
  • Playing Game
  • Combination Activities

जोस्टिक (Joy Sticks):-

जॉयस्टिक एक पॉइंटिंग इनपुट उपकरण है जिसका उपयोग मॉनिटर पर कर्सर की स्थिति को स्थानांतरित करने के लिए किया जाता है |

यह एक छड़ी के समान प्रतीत होता है | जिसके निचले और ऊपरी दोनों सिरों पर एक गोलाकार गेंद होती है। निचली गोलाकार गेंद एक सॉकेट में घूमती है।

जॉयस्टिक को चारों दिशाओं में घुमाया जा सकता है। जॉयस्टिक का कार्य माउस के समान ही होता है। इसका प्रयोग मुख्य रूप कंप्यूटर एडेड डिजाइनिंग (CAD) और कंप्यूटर में गेम खेलने के लिए किया जाता है।

लाइट पेन (Light Pen):- 

लाइट पेन,पेन के समान एक पॉइंटिंग डिवाइस है। इसका उपयोग प्रदर्शित मेनू आइटम का चयन करने या मॉनिटर स्क्रीन पर चित्र बनाने के लिए किया जाता है।

इसमें एक फोटोसेल तथा एक छोटी ट्यूब में रखा गया एक ऑप्टिकल सिस्टम होता है। जब इस पेन की नोक को मॉनिटर स्क्रीन पर घुमाया जाता है और

पेन बटन दबाया जाता है उस वक्त इसका फोटोसेल सेंसिंग तत्व स्क्रीन स्थान का पता लगाता है और सीपीयू को संबंधित सिग्नल भेजता है।

ट्रैक बॉल (Track Ball):-

ट्रैक बॉल एक इनपुट डिवाइस है जिसका उपयोग ज्यादातर माउस की स्थान पर नोटबुक या लैपटॉप कंप्यूटर में किया जाता है। यह एक गेंद के सामान होता इसका आधा भाग एक एक गोलाकार खाचें में घुसी हुई होती है |

और जब गेंद को उँगलियाँ के द्वारा घुमाया जाता है तो कर्सर मूव करने लगता है | चूँकि इस उपकरण में माउस के तरह पूरा उपकरण को स्थानांतरित करने की आवश्यकता नहीं पड़ती है  |

स्कैनर (Scanner):-

स्कैनर एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक इनपुट उपकरण होता है जो किसी भी भौतिक वस्तुओं के चित्र को कैप्चर कर डिजिटल प्रारूप में परिवर्तित करने का कार्य करता हैजिसे कंप्यूटर सिस्टम में स्टोर किया जा सकता है तथा उस डेटा के ऊपर सॉफ्टवेयर की सहायता से आवश्यक संसोधन किया जा सकता है स्कैनर कहलाता है | इसे हिन्दी में चित्रान्वीक्षक कहा जाता है |

स्कैनर एक इनपुट डिवाइस हैजो फोटोकॉपी मशीन की तरह काम करता है। इसका उपयोग तब किया जाता है जब किसी भी कागज या डॉक्यूमेंट को स्टोर करना हो या कुछ बदलाव करना हो |

स्कैनर के प्रकार-[Types of Scanner.]

  1. Flatbed Scanners
  2. Sheetfed Scanners
  3. Handheld Scanner
  4. Drum Scanner
  5. Photo Scanner
  6. Film Scanner
  7. Portable Scanners

ग्राफिक्स टेबलेट (Graphics Tablet):-

ग्राफिक्स टेबलेट एक कंप्यूटर इनपुट उपकरण है | जिसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति हाथ से किसी भी चित्र, एनीमेशन,सिग्नेचर और ग्राफिक्स को बनाकर कंप्यूटर में इनपुट देता है | 

जिस प्रकार हम ड्राइंग बुक में किसी भी प्रकार का डिजाईन तैयार करते है उसी प्रकार से यह ग्राफिक्स टैबलेट काम करता है | इसमें भी एक पैन दिया गया होता है जिसके सहायता से किसी भी प्रकार के चित्र, एनीमेशन, सिग्नेचर और ग्राफिक्स को को ड्रा किया जा सकता  है | यह दिखने में एक टैबलेट के सामान होता है |

माइक्रोफोन (Microphone):-

माइक्रोफोन एक इनपुट उपकरण होता है जो ध्वनि तरंगो को विद्युतीय तरंगो में परिवर्तित करने का कार्य करता है | इसका आविष्कार 1877 ई० में एमिली बर्लिनर(Emile Berliner) ने किया था | 
इसका उपयोग मल्टीमीडिया प्रस्तुति में ध्वनि जोड़ने या संगीत मिश्रण इत्यादि स्थानों पर किया जाता है |

मैग्नेटिक इंक कार्ड रीडर-[Magnetic Ink Card Reader(MICR)]:-

एमआईसीआर इनपुट डिवाइस का उपयोग आम तौर पर बैंकों में किया जाता है क्योंकि बैंको में हर दिन बड़ी संख्या में चेक संसाधित करने होते हैं। बैंक का कोड नंबर और चेक नंबर को, चेक पर एक विशेष प्रकार की स्याही से मुद्रित किया जाता है|

जिसमें चुंबकीय सामग्री के कण होते हैं जो मशीन पठनीय होता है | इस पढ़ने की प्रक्रिया को मैग्नेटिक इंक कैरेक्टर रिकॉग्निशन (MICR) कहा जाता है। इसका मुख्य लाभ यह है कि यह तेज़ है और त्रुटि रहित है | 

ऑप्टिकल कैरेक्टर रीडर-[Optical Character Reader(OCR)]:- 

ऑप्टिकल कैरेक्टर रीडर एक कंप्यूटर इनपुट उपकरण है | जो  टाइप किए गए, हाथों से लिखा गया या मुद्रित टेक्स्ट को मशीन-एनकोडेड टेक्स्ट में इलेक्ट्रॉनिक या मैकेनिकल रूपांतरण करने तथा उसे संपादन योग्य फ़ाइल(Editable File) में कन्वर्ट करने का कार्य करता है | 

इसे ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकग्निशन भी कहा जाता है | इसका उपयोग डेटा एंट्री, ई-कॉमर्स, हैंडराइटिंग रिकग्निशन, किसी भी डेटा को सॉफ्टकॉपी में कन्वर्ट करने इत्यादि के लिए किया जाता है |

बार कोड रीडर (Bar Code Readers):-

बार कोड रीडर एक इनपुट उपकरण है जिसका उपयोग बार कोडित डेटा (प्रकाश और अंधेरे रेखाओं के रूप में डेटा) को पढ़ने के लिए किया जाता है। आम तौर पर बार कोडित डेटा सामान पर लेबल लगानेकिताबों पर नंबर लगाने आदि में उपयोग किया जाता है। यह एक हैंडहेल्ड स्कैनर हो सकता है या एक स्थिर स्कैनर में एम्बेड किया जा सकता है। 

बार कोड रीडर एक बार कोड छवि को स्कैन करता है तथा उससे सम्बंधित जानकारी को कंप्यूटर में फीड करता है |

ऑप्टिकल मार्क रीडर-[Optical Mark Reader(OMR)]:-

ऑप्टिकल मार्क रिकॉग्निशन या रीडर, कागज पर लोगों द्वारा चिन्हित उत्तर को पहचान करके डेटा एकत्र करने का कार्य करता है। यह प्रति घंटे सैकड़ों, हजारों दस्तावेजों की जाँच करने में  सक्षम होता है।

इसका उपयोग प्रतियोगी परीक्षा के परिणाम, फीडबैक फॉर्म, छात्रों द्वारा दिए गए क्विज़, सर्वेक्षण फॉर्म और प्रश्नावली के उत्तर को रीड करने के लिए किया जाता है |

कैमरा (Camera):-

कैमरा एक ऑप्टिकल उपकरण है जिसका उपयोग छवि, फ़ोटो या वीडियो को कैप्चर कर उसे  डिजिटल रूप में संग्रहीत  करने के लिए किया जाता है वर्त्तमान समय में डिजिटल कैमरा का इस्तेमाल हरेक व्यक्ति करते है | 

दुसरे शब्दों में यह एक छायाचित्रक (Photographer) प्रकाशीय इनपुट युक्ति है जिसके मदद से किसी भी स्थिर छवि या चलचित्र को कैप्चर किया जा सकता है। चलचित्र का अर्थ होता है किसी भी परिवर्तनशील वस्तु के बहुत कम समय अन्तराल पर कैप्चर की गयी बहुत से छवियों के एक क्रमिक समूह से |

टचपैड (Touchpad):-

अगर किसी व्यक्ति के पास लैपटॉप कंप्यूटर है तो वह टचपैड से अच्छी तरह से वाकिफ होगा है | यह माउस के तरह एक प्रकार का पॉइंटिंग इनपुट डिवाइस है। 

इसमें एक स्पर्श सेंसर लगा होता तथा यह एक सपाट सतह वाला उपकरण होता है | जब कोई उपयोगकर्ता अपनी उंगलियों को इसके सतह से स्पर्श करता जिससे उंगलियों की गति और स्थिति का पता चलता है | 

इसका उपयोग कंप्यूटर में कर्सर को नियंत्रण करने के लिए किया जाता है | यह माउस के तरह कार्य करता है | इसे ऊँगली के सहायता से चलाया या टच किया जाता है |  

आउटपुट उपकरण (Output Devices In Hindi.):-

इनपुट डेटा पर प्रोसेसिंग करने के बाद कंप्यूटर आउटपुट प्रदान करता है | आउटपुट यूनिट में ऐसे उपकरण आते है | जिनकी मदद से हम कंप्यूटर से संसाधित जानकारी को  प्राप्त करते हैं। 

आउटपुट डिवाइस कंप्यूटर के आउटपुट को उपयोगकर्ताओं द्वारा समझने योग्य रूप में अनुवादित करते हैं। आउटपुट डेटा टेक्स्ट, ग्राफिक्स, ऑडियो या विडियो के रूप में हो सकता है |

इस फोटो में Computer hardware output devices के चित्र को दिखाया गया है | जैसे की मॉनिटर,प्रिंटर,स्पीकर,प्रोजेक्टर,इत्यादि |
Peripheral Output Devices


कंप्यूटर में उपयोग होने वाले कुछ महत्वपूर्ण आउटपुट डिवाइस निम्नलिखित हैं।

  1. Monitors
  2. Printer 
  3. Speakers
  4. Headphones
  5. Projectors
  6. GPS devices
  7. Graphic Plotter
  8. Sound Card
  9. Video Card
  10. Speech Synthesizer

मॉनिटर (Monitor):-

मॉनिटर एक कंप्यूटर हार्डवेयर आउटपुट उपकरण होता है | जो कंप्यूटर में हो रहें गतिविधियों को छवियों, टेक्स्ट, वीडियो और ग्राफिक्स की सहायता से प्रदर्शित करने का कार्य करता है । यह छोटे-छोटे बिंदु के सहायता से छवियों, टेक्स्ट, वीडियो और ग्राफिक्स को बनाता है | जिसे पिक्सेल कहा जाता है  किसी भी फोटो में जितना ज्यादा बिंदु होगा फोटो उतना ही सुन्दर दिखाई पड़ेगा |  मॉनिटर पहला प्रमुख आउटपुट उपकरण है |

  • मॉनिटर को Visual Display Unit (VDU) के नाम से भी जाना जाता है |
  • 1 March 1973 में पहला कंप्यूटर मॉनिटर पेश किया गया था | यह एक मोनोक्रोम मॉनिटर था जो Xerox Alto Computer के साथ आया था | यह मॉनिटर CRT तकनीक के ऊपर आधारित था |

मॉनिटर के प्रकार :-

  1. Liquid Crystal Displays
  2. Cathode Ray Tube
  3. LCD with Fluorescent Backlight
  4. LCD with LED Backlight
  5. Plasma Screens
  6. Organic Light-Emitting Diode

प्रिंटर (Printer):-

प्रिंटर एक विशेष प्रकार का कम्प्यूटरीकृत उपकरण हैं | जो डेटा को हार्डकॉपी के रूप में कागज पर मुद्रण कर सकता है |

इस डेटा को उपयोगकर्ता स्थाई रूप से रख सकता है | इस डेटा को पढने के लिए उपयोगकर्ता को कम्प्यूटर की आवश्यकता नहीं होती है | प्रिंटर सामान्य रूप से उपयोग किये जाने वाला दूसरा सबसे बड़ा स्थाई आउटपुट उपकरण है |

प्रिंटर डेटा को टेक्स्ट, फ़ोटो और ग्राफ़िक के रूप में मुद्रण करता है | यह डेटा रंगीन, मोनोक्रोम और ब्लैक एंड वाइट रंग में प्रिंट कर सकता है |

  • किसी भी प्रिंटर की गुणवत्ता को डॉट्स पर इंच (Dots per inch-DPI) में मापा जाता है |

प्रिंटर के मुख्य रूप से दो प्रकार होते है जो निम्नलिखित है |

  1. प्रभाव प्रिंटर (Impact Printer)
  2. नॉन-इम्पैक्ट प्रिंटर (Non-Impact Printer)

इम्पैक्ट प्रिंटर(Impact Printer):-

इम्पैक्ट प्रिंटर वैसे प्रिंटर होते है जो किसी डेटा को मुद्रण करने के लिए कागज पर प्रभाव डालता है | इस प्रिंटर में प्रिंटर हेड और कागज के बीच में स्याही से लीपते एक रिबन लगा होता है | जिसके ऊपर प्रिंटर हेड प्रहार करता है परिणाम स्वरुप कागज पर वर्ण या चित्र का मुद्रण हो जाता है | 

इस प्रिंटर में कागज और प्रिंट हेड के साथ सीधा संपर्क होता है | यह प्रिंटर नॉन इम्पैक्ट प्रिंटर के तुलना में काफी स्लो मुद्रण करता है | तथा निम्न गुणवत्ता वाले मुद्रण करता है | साथ ही सौर भी बहुत ज्यादा करता है | लेकिन मुद्रण लागत नॉन इम्पैक्ट प्रिंटर से कम होता है | इस प्रिंटर को मुख्य रूप से दो श्रेणियों में वर्गीकरण किया गया है | कैरेक्टर प्रिंटर तथा लाइन प्रिंटर

डॉट-मैट्रिक्स प्रिंटर, डेज़ी-व्हील प्रिंटर और लाइन प्रिंटर इम्पैक्ट प्रिंटर के उदाहरण है |

 नॉन-इम्पैक्ट प्रिंटर(Non Impact Printer):-

नॉन-इम्पैक्ट प्रिंटर किसी भी कागज पर बिना प्रभाव डाले मुद्रण करता है | गैर-प्रभाव प्रिंटर रिबन का उपयोग किए बिना अक्षरों को प्रिंट करते हैं। ये प्रिंटर एक बार में पूरा पेज प्रिंट करते हैं |

लेजर प्रिंटर, इंकजेट प्रिंटर और थर्मल प्रिंटर नॉन-इम्पैक्ट प्रिंटर के उदाहरण हैं।

नॉन-इम्पैक्ट प्रिंटर्स की विशेषताएँ

  • इम्पैक्ट प्रिंटर से तेज गति के साथ प्रिंट कर सकता है |
  • इम्पैक्ट प्रिंटर के तुलना में कम शोर करता है |
  • इम्पैक्ट प्रिंटर के तुलना में उच्च गुणवत्ता के साथ प्रिंट करता है |
  • कई फ़ॉन्ट और विभिन्न वर्ण आकार का समर्थन करता है

स्पीकर (Speakers):-

साउंड एक प्रमुख कंप्यूटर हार्डवेयर उपकरण है| जो विद्युत चुम्बकीय तरंगो को ध्वनि तरंगो में परिवर्तन कर हमारें सुनने योग्य ध्वनि उत्पन्न करता है | इसे कंप्यूटर या अन्य ऑडियो रिसीवर के माध्यम से इनपुट प्राप्त होता है | यह इनपुट डिजिटल सिग्नल तथा एनालॉग सिग्नल दोनों तरह के हो सकते है |

हैडफ़ोन (Headphones):-

हैडफ़ोन एक आउटपुट उपकरण है | जो सुनने योग्य ध्वनि को उत्पन्न करता है | इसमें दो छोटे-छोटे स्पीकर एक साथ जुड़ा होता है | इसे सर के ऊपर से दोनों कानों के पास लगाया जाता है | यह एक प्लग एंड प्ले उपकरण होता है | इसे लैपटॉप, मोबाइल, तथा अन्य ऑडियो प्लेयर के साथ आसानी से प्लग करके उपयोग कर सकते है | 

प्रोजेक्टर (Projectors):-

प्रोजेक्टर एक आउटपुट उपकरण है | जो बड़े स्क्रीन या परदे पर चित्र या चलचित्र का आउटपुट देता है | इसका उपयोग ज्यादातर प्रेजेंटेशन देने, सिनेमा घरों इत्यादि स्थानों पर किया जाता है | 

इसमें एक पारदर्शी लेंस लगा होता जो प्रकाश के माध्यम से पर्दे पर चित्र या चलचित्र का प्रदर्शन करता है | आजकल कुछ प्रोजेक्टर लेजर लाइट वाले भी आते है | 

जीपीएस उपकरण (GPS devices):-

जीपीएस का फुल फॉर्म Global Positioning System होता है | यह एक आउटपुट उपकरण है | जो अंतरिक्ष आधारित रेडियो-नेविगेशन प्रणाली होता है | जो उपयोगकर्ताओं को अत्यधिक सटीक स्थान की नेविगेशन की सलाह प्रदान करता है | 

ग्राफिक्स  प्लॉटर (Graphic Plotter):-

ग्राफिक्स प्लॉटर प्रिंटर के सामान एक आउटपुट उपकरण होता है | जिसे विशेष प्रकार के प्रिंटिंग तथा बड़े आकार में प्रिंटिंग के लिए उपयोग किया जाता है | 

जैसे की किसी भी भवन का नक्सा को प्रिंट करने के लिए , विमान के यांत्रिक घटकों के डिजाईन को प्रिंट करने के लिए तथा अन्य कई इंजिनियरिंग अनुप्रयोग में इसका इस्तेमाल किया जाता है | 

इसे वेक्टर ग्राफिक्स प्रिंटिंग के लिए खासकर इस्तेमाल किया जाता है | इसमें इंक या टोनर के जगह पर पेन,पेंसिल,या मार्कर का उपयोग किया जाता है |

साउंड कार्ड(Sound Card):-

साउंड कार्ड कंप्यूटर आउटपुट डिवाइस हैं जिन्हें कंप्यूटर के साथ इन्सर्ट किया जाता है। किसी भी कंप्यूटर पर ध्वनि उत्पन्न करने के लिए बाहरी या आंतरिक साउंड कार्ड की आवश्यकता होती है। 

एक बाहरी साउंड कार्ड बेहतर समग्र ध्वनि उत्पादन के लिए सक्षम बनाता है और व्यापक और स्पष्ट ध्वनि रिकॉर्डिंग के साथ-साथ शोर और हस्तक्षेप के बिना ध्वनि के लिए आवश्यक है।

वीडियो कार्ड (Video Card):-

यह एक एक्सटेंशन कार्ड होता है जिसके माध्यम से एक कंप्यूटर ग्राफिकल डेटा को टीवी या मॉनिटर जैसे वीडियो डिस्प्ले डिवाइस में स्थानांतरित किया जाता है। 

यह फ़ोटो और वीडियो के साथ-साथ अन्य कार्यों को भी संसाधित करता है जो सीपीयू आमतौर पर करता है। जिस जगह पर उच्च प्रदर्शन की आवश्यकता होती है वहाँ इस कार्ड का इतेमाल किया जाता है | इसका इस्तेमाल ज्यादातर विडियो एडिटर ,गेमर ,ग्राफिक्स डिज़ाइनर करते है |

वाक् सिंथेसाइज़र (Speech Synthesizer):-

वाक् सिंथेसाइज़र एक कम्प्यूटरीकृत उपकरण है जो डेटा लेता है उसकी व्याख्या करता है और सुनने योग्य ध्वनि उत्पन्न करता है। यह एक कंप्यूटर कार्ड तथा केबल से जुड़ा एक बॉक्स या सॉफ़्टवेयर हो सकता है जो कंप्यूटर के साउंड कार्ड के साथ काम करता है।

  • किसी भी पाठ पूर्वनिर्धारित इनपुट को सुनने योग्य भाषण में अनुवादित कर सकता है।
  • जो लोग बात करने में असमर्थ हैं या जिनकी दृष्टि ख़राब है उनके लिए यह डिजिटल मौखिक संचार प्रदान कर सकता है।
  • यह डेटा लेता है उसकी व्याख्या करता है और ध्वनि आउटपुट उत्पन्न करता है।

हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर में क्या अंतर है?

  • कंप्यूटर हार्डवेयर को सिस्टम इकाई तथा परिधीय उपकरण दो भाग में विभाजित किया गया है | वही सॉफ्टवेयर को भी सिस्टम सॉफ्टवेयर तथा एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर दो भाग में विभाजित किया गया है |
  • कंप्यूटर हार्डवेयर को किसी भी वायरस से कोई नुकसान नहीं हो सकता है | वही सॉफ्टवेयर को कई प्रकार के कंप्यूटर वायरस से खतरा हो सकता है |
  • हार्डवेयर किसी भी कंप्यूटर का भौतिक भाग होता है जिसे हम छू सकते है | वही सॉफ्टवेयर किसी भी कंप्यूटर में प्रोग्रामिंग भाषा में लिखें निर्देशों का समहू होता है जिसे हम नही छू सकते है |
  • कंप्यूटर हार्डवेयर में समय के साथ कुछ न कुछ ख़राब हो सकता है | वही सॉफ्टवेयर में अगर किसी भी वायरस से संक्रमण नहीं होता है तो उसमे कोई भी दिक्कत नहीं देखने को मिलता है | अगर वायरस का संक्रमण होता है तो सॉफ्टवेयर भी प्रभावित हो जाता है | जिसे रिपेयर किया जा सकता है | 
  • कंप्यूटर हार्डवेयर के क्षतिग्रस्त होने पर उसे बदला जा सकता है | वही सॉफ्टवेयर के क्षतिग्रस्त होने पर बैकअप कॉपी से उसे ठीक कर सकते है | अगर बैकअप न हो तो सॉफ्टवेयर से सम्बंधित सारें डेटा ख़त्म हो जाता है | 
  • हार्डडिस्क, मॉनिटर, प्रिंटर, रैम, मदरबोर्ड, कीबोर्ड,माउस, इत्यादि कंप्यूटर हार्डवेयर के उदाहरण है | वही फोटोशॉप, गूगल क्रोम, माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस,माइक्रोसॉफ्ट विंडोज, इत्यादि सॉफ्टवेयर के उदाहरण है |

कंप्यूटर हार्डवेयर के कार्य (Function of Computer Hardware in Hindi.)

एक कंप्यूटर सिस्टम कई सारें हार्डवेयर के घटक और सॉफ्टवेयर से मिलकर पूरा होता है | ऊपर आप सभी ने इस आर्टिकल के माध्यम के कंप्यूटर हार्डवेयर के प्रकार के बारें में जाना अब उनके कार्य को संक्षिप्त में भी जान लेते है | सभी हार्डवेयर घटक का अपना अलग-अलग कार्य होता है |
  • इनपुट उपकरण से कंप्यूटर में किसी भी डेटा का इनपुट या किसी भी प्रकार के निर्देश दिया जाता है |
  • आउटपुट उपकरण के माध्यम से इनपुट किए गए डेटा का परिणाम प्राप्त होता है |
  • प्रोसेसर सभी प्रकार के प्रोसेसिंग के कार्य करते है | जैसे की इनपुट डेटा को प्रोसेस कर आउटपुट प्रदान करना इत्यादि |
  • मदरबोर्ड या सिस्टम बोर्ड सभी प्रकार के हार्डवेयर घटक को एक साथ जोड़ने का कार्य करती है |
  • हार्डडिस्क में किसी भी प्रकार के डेटा को स्थाई रूप से भण्डारण किया जाता है |
  • रैम हार्डडिस्क से डेटा लोड कर प्रोसेसर को तीव्रता से भेजने का कार्य करता है | इसी प्रकार सभी हार्डवेयर का अपना-अपना अलग कार्य होता है | ऊपर हमने विस्तार से सभी घटक के ऊपर चर्चा किया है | 

Example of Internal computer hardware

  • CPU or Processor
  • HDD,SSD
  • Fan (Heat sink)
  • Modem
  • Motherboard
  • Network card
  • Power supply
  • RAM
  • ROM
  • Sound card
  • Graphics card
  • Optical Drive

Example of External computer hardware

  • Keyboard
  • Mouse
  • Printer
  • Monitor
  • Trackpad or Touchpad
  • Touchscreen 
  • Joystick 
  • Microphone
  • Light Pen 
  • Webcam

मुख्य कंप्यूटर हार्डवेयर उपकरण (Primary Hardware) अथवा Standard Hardware Devices

Primary Hardware अथवा Standard Devices कंप्यूटर हार्डवेयर के वैसे भाग होते है जिनके बिना कम्प्यूटर नहीं चल सकता है | जैसे की कीबोर्ड, माउस, मॉनिटर, मदरबोर्ड, विद्युतीय आपूर्ति इकाई,प्राइमरी मैमोरी, सेकेंडरी मैमोरी, कुलिंग सिस्टम इत्यादि | ये सभी हार्डवेयर उपकरण तथा कॉम्पोनेन्ट प्राइमरी हार्डवेयर के अंतर्गत आते है |

सहायक कंप्यूटर हार्डवेयर उपकरण (Secondary Computer Hardware अथवा Peripheral Devices

ये वैसे कंप्यूटर हार्डवेयर होते है जिसको जोड़ने से कंप्यूटर के कार्य क्षमता और अधिक बढ़ जाती है | जिसके माध्यम से कंप्यूटर के द्वारा अतिरिक्त सुवधाओं का लाभ उठा सकते है | जैसे की प्रिंटर,स्कैनर,एक्सटर्नल स्टोरेज,वेबकैम, मॉडेम,यूपीएस,स्पीकर,माइक्रोफोन,लाइट पेन इत्यादि  |

हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर क्यों आवश्यक हैं?

जैसा की हमने ऊपर चर्चा किया की एक कंप्यूटर सिस्टम हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का सम्मलित रूप होता है |

जिस प्रकार एक कार को बिना ड्राईवर के नहीं चलाया जा सकता है उसी प्रकार एक कंप्यूटर को सॉफ्टवेयर के बिना नहीं चलाया जा सकता है | सॉफ्टवेयर किसी भी कंप्यूटर पर उपयोगकर्ता को काम करने योग्य इंटरफ़ेस प्रदान करता है |  

एक कंप्यूटर हार्डवेयर इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल और इलेक्ट्रॉनिक भाग से मिलकर बना हुआ एक ढांचा है | जो मानव शरीर के तरह है | सॉफ्टवेयर कंप्यूटर के समझने योग्य भाषा में लिखें गए निर्देशों के समहू होता है जो की एक आत्मा के तरह है |

कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों एक दुसरे के बिना अधुरा होता है | सॉफ्टवेयर को कार्य के हिसाब से डवलपमेंट किया जा सकता है |

निष्कर्ष:-

आज Computer hardware in hindi. के इस आर्टिकल को पढने के बाद यह निष्कर्ष निकलता है आप सभी लोगों को कंप्यूटर हार्डवेयर की A TO Z जानकारी मिल गई है | 

जैसे की कम्प्यूटर हार्डवेयर क्या होता है?, हार्डवेयर के कितने प्रकार होते है?,तथा सॉफ्टवेयर क्या होता है? एवं हार्डवेयर से सम्बंधित अन्य जानकारी भी आप लोगों को मिला मै आशा करता हूँ की आप सभी लोगों को इस आर्टिकल को पढने के बाद कुछ न कुछ उपयोगी जानकारी जरुर प्राप्त हुई होगी | 

अगर आप लोग पढ़ते-पढ़ते यहाँ तक आ गए है तो मै आप लोगों से एक बात कहना चाहूँगा की आप लोग इस आर्टिकल से सम्बंधित एक कमेंट जरुर लिखें पढने के लिए आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद |

Frequently Asked Questions

हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर क्या है उदाहरण सहित?

उत्तर:- हार्डवेयर कठोर होता है | यह कंप्यूटर का भौतिक भाग होता है जिसे इन्सान छु तथा देख सकता है | जैसे की- कीबोर्ड, माउस, हार्डडिस्क, प्रोसेसर,मॉनिटर,प्रिंटर,इत्यादि | सॉफ्टवेयर कंप्यूटर के समझने योग्य भाषा में लिखें गए निर्देशों का समहू होता है | जैसे की ऑपरेटिंग सिस्टम, फोटोशॉप,माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस, इत्यादि |

हार्डवेयर कितने प्रकार के होते है?

उत्तर:- हार्डवेयर दो प्रकार के होते है सिस्टम इकाई तथा पेरीफेरल उपकरण |

सॉफ्टवेयर कितने प्रकार के होते है?

उत्तर:- सॉफ्टवेयर दो प्रकार के होते है सिस्टम सॉफ्टवेयर तथा एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर |

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